आईडी लेकर करोड़ों की हेराफेरी करने वाले हिरासत में

उज्जैन। फर्जी तरीके से आईडी देकर कंप्युटर पर आनलाईन काम दिलवाने के मामले में  पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने मामले में फ्रेंचाईजी लेने वाली कंपनियों को धोखेबाज बताकर खुद को बेगुनाह कहा है।  आईडी के इस फर्जीवाडे से आरोपियों ने करोड़ों  की हेराफेरी की है। इंटरनेट पर कापी पेस्ट कर घर बैठे मनचाहा पैसा कमाने का दावा करने वाले ये युवक उज्जैन पुलिस की गिरफ्त में हैं। फर्जी बैंक अकाउंटों के माध्यम से करोड़ों की हैराफेरी करने वाले इन युवाओं की बात सुनकर आप भी हैरान रह जाऐंगे। जिस तरह से इन युवाओं ने अपनी योजना को अंजाम दियाए पुलिस को उसका पर्दाफाश करने में भी पसीना आ गया। दरअसल पिछले दिनों मप्रए गुजरात और राजस्थान समेत कई राज्यों के लोग और पुलिस आईडी के कारोबार को लेकर परेशान नजर आ रही है। आईडी के इस कारोबार में फ्रेंचाईजी कंपनियों के माध्यम से लोगों को इंटरनेट पर घर बैठे कुछ मिनटों में ही हजारों की कमाई करने के दावे किए जाते हैं। लोग भी कम समय में हजारों नोट बरसाने वाले इस कारोबार के लालच में पड़कर अपनी जमीनए रूपया और सबकुछ गंवा देते हैं। जब पिछले दिनों इस तरह के मामले लगातार शहर के पुलिस स्टेशनों पर दर्ज किए जाने लगे तो पुलिस अधिकारियों का सिरदर्द बढ़ गया। अधिकारियों ने विशेष दल गठित कर मामलों की जांच शुरू की। जिसके बाद उज्जैन के खराकुंआ थाना  पुलिस को उप्र क्षेत्र में आईडी की काली कमाई में उतरे आरोपियों का सुराग मिला। जिसके बाद एक एक करके मामले में आरोपी सामने आने लगे।ज्ञात  कि 23 जनवरी को  फरियादी प्रवीण सेठिया पिता होतचंद सेठिया निवासी पटेल नगर ने दीपेश जैन निवासी उज्जैनए शैलेंद्र जैन निवासी इंदिरानगर उज्जैन के खिलाफ आईडी के माध्यम से फर्जी तरीके से रूपयों के लेनदेन की शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। जांच के बाद पुलिस को कुछ फर्जी बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली। इन खातों की जांच के दौरान खाते उत्तरप्रदेश की बैंकों में होने की जानकारी मिली। सभी खाते फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से खुलवाए गए। मगर आरोपी एक अकांट के माध्यम से पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इस अकाउंट को खुलवाने के लिए सुमित गुप्ता के मतदाता फोटो परिचय पत्र का उपयोग किया गया। जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो आरोपियों के बारे में एक्सिस बैंक के एक अकाउंट में से एटीएम से लेनदेन किए जाने की बात भी सामने आई। पुलिस दल आरोपियों की तलाश में बनारस पहुंचा और पांडेपुर में एक्सिस बैंक द्वारा खोली गई नवीन शाखा की जांच की तो आरोपियों के बारे में पता लगा। पकड़े गए आरोपियों में से सुमित गुप्ता ट्रेड जोन डाट काम का संचालक है। इसके साथ एक्सीस बैंक का असिस्टेंट मैनेजर अभिषेक पांडेए दिनेश गुप्ताए और कंपनि का प्रचारक शैलेष गुप्ता को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।मामले में आरोपियों ने करीब 2 करोड़ के कारोबार की बात कबूली है लेकिन आरोपियों का कहना है कि आईडी संचालन में फर्जीवाड़ा करने वाले आईडी कंपनि के मुख्य संचालक नहीं बल्कि फ्रेंचाईजी लेकर राज्यों में कारोबार करने वाले फ्रेंचाइजर्स हैं। आईडी के इस कारोबार का खुलासा करने और आरोपियों को पकड़ने में उज्जैन पुलिस के खाराकुआं थाने में पदस्थ थाना प्रभारी उमेश कुमार तिवारी के साथ प्रधान आरक्षक राकेश त्रिपाठी और महेश सिंह चैहान ने योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया। इनकी योजना के कारण आरोपियों को पकड़ा जा सका है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आईडी प्रकरणों की जांच जारी है। आरोपियों के पकड़े जाने से आईडी से जुड़े अन्य आरोपियों की जानकारी मिलने की भी संभावना है। 

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